सामने प्याला रहे होली के दिन | कोई न प्यासा रहे होली के दिन ||
जल गई सारी बुराई आग मे | जो रहे अच्छा रहे होली के दिन ||
रंग का त्यौहार है फ़ीका न हो | रंग की बरखा रहे होली के दिन ||
आंख भी मिलती रहे उस आंख से | तीर भी चलता रहे होली के दिन ||
प्यार और उल्फत में कंजूसी न हो | दिल भी ये दरिया रहे होली के दिन ||
आंख मे मस्ती भरी हो गुफ्तगू मे शहद हो | हर मज़ा मीठा रहे होली के दिन ||
‘रौनक़’ उनकी शक्ल मैं देखा करूँ | दिल से दिल मिलता रहे होली के दिन ||